तीन दोस्त अपनी कार में जंगल के रास्ते से गुजर रहे थे। सड़कों पर घने पेड़ों की छाया थी और चारों ओर हरियाली फैली हुई थी। अचानक, उन्होंने देखा कि एक विशाल सांप, लगभग 20 से 25 फीट लंबा, एक हिरण को अपने कुंडली में कसकर पकड़े हुए था। हिरण की आँखों में असहायता और भय साफ झलक रहा था। तीनों दोस्त इस दृश्य को देख कर सकते में आ गए।

उनमें से एक,  सबसे ज्यादा संवेदनशील था। उसने तुरंत कार रोकी और बिना समय गवाए बाहर कूद पड़ा। उसके दोस्त भी घबराए हुए थे लेकिन एक की हिम्मत देख कर हैरान थे। उसने पास के पेड़ से एक मोटी शाखा उठाई और बिना किसी झिझक के सांप के ऊपर दो जोरदार वार किए। पहले वार से सांप ने थोड़ा ढीला छोड़ दिया, और दूसरे वार के बाद उसने राहुल की ओर देखा।

 

सांप ने इंसान की उपस्थिति और खतरे को भांपते हुए तुरंत अपना शिकंजा ढीला कर दिया और जंगल की ओर तेजी से भाग गया। हिरण, जो अब आज़ाद था, थोड़ा लड़खड़ाया लेकिन फिर तुरंत अपनी जान बचाने के लिए जंगल की गहराइयों में भाग गया। यह पूरा घटनाक्रम एक साथी के कैमरे में कैद हो गया।

 

वीडियो में यह दृश्य देखकर कई सवाल उठते हैं। क्या उस व्यक्ति ने सांप को मार कर सही किया? क्या उसे प्रकृति के चक्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था? आखिरकार, जंगल के नियम तो ऐसे ही होते हैं। शिकारी शिकार करते हैं और शिकार भागने की कोशिश करते हैं। इस पूरी घटना ने ट्विटर पर बहस छेड़ दी है।

लोगों की राय बंटी हुई है। कुछ लोग राहुल के पक्ष में हैं, यह कहते हुए कि उसने एक निर्दोष जानवर की जान बचाई। वहीं, कुछ का कहना है कि यह प्रकृति का स्वाभाविक चक्र है और इंसान को इसमें दखल नहीं देना चाहिए। इस बहस ने एक गंभीर मुद्दे को जन्म दिया है – इंसान का प्रकृति के साथ संतुलन कैसे हो? क्या हमें हर बार दखल देना चाहिए या प्रकृति को अपने तरीके से चलने देना चाहिए?

इस वीडियो और इस घटना के बारे में आपकी क्या राय है? क्या राहुल ने सही किया या उसे सांप और हिरण को अपने हाल पर छोड़ देना चाहिए था? आपके विचार क्या हैं? कृपया इस ट्विटर पर डाले गए वीडियो को देख कर हमें अपने कमेंट्स में जरूर बताएं।

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