कोहली ने मुस्कुराते हुए कहा, "सिर्फ दो ही हाथ हैं,Virat kohli

कोहली ने मुस्कुराते हुए कहा, “सिर्फ दो ही हाथ हैं,”

हाल ही में विराट कोहली के साथ एक अजीब घटना हुई जब वे कानपुर के एक होटल में पहुंचे, जहाँ भारतीय क्रिकेट टीम ठहरी हुई थी। टीम का जोरदार स्वागत किया गया, जिसमें फूल, उपहार, और पारंपरिक तिलक भी शामिल थे। इस दौरान एक होटल स्टाफ ने कोहली से हाथ मिलाने की कोशिश की, लेकिन विराट कोहली के दोनों हाथों में सामान और बुके होने के कारण उन्हें हाथ मिलाने से मना करना पड़ा। इस पर कोहली ने मुस्कुराते हुए कहा, “सिर्फ दो ही हाथ हैं,” और होटल स्टाफ का धन्यवाद किया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसे लाखों लोग देख चुके हैं​।

हालांकि विराट हमेशा अपने प्रशंसकों के साथ गर्मजोशी से पेश आते हैं, लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग थी, जिसमें वे मजबूरीवश होटल स्टाफ का हाथ नहीं मिला सके।

अभी कुछ दिनों में कानपुर में भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट मैच होने वाला है। पिछले मैच में विराट कोहली का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुसार नहीं रहा, जहां वे केवल 6 और 17 रन बना सके। हालांकि, वे इस मैच में फॉर्म में वापसी की कोशिश करेंगे।

टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ी, जैसे शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा, अच्छे फॉर्म में दिख रहे हैं और पिछले टेस्ट में बेहतरीन बल्लेबाजी की। गेंदबाजी में मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया था, और वे आगामी मैच में भी मुख्य भूमिका निभा सकते हैं।

संक्षेप में, विराट कोहली पर काफी ध्यान है कि वे इस टेस्ट मैच में अपनी फॉर्म वापस पा सकें।

विराट कोहली: भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा

विराट कोहली भारतीय क्रिकेट का एक ऐसा नाम है, जिसे किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता से उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नए आयाम दिए हैं। कोहली का क्रिकेट करियर रिकॉर्ड्स से भरा हुआ है, और वे आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं। विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ था। क्रिकेट के प्रति उनका जुनून बचपन से ही दिखाई देने लगा था, जब उन्होंने छोटी उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू किया। उन्होंने दिल्ली की रणजी टीम से अपने करियर की शुरुआत की, और जल्द ही अपनी काबिलियत से चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण:

विराट ने 2008 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपना डेब्यू किया। जल्द ही वे अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और आत्मविश्वास के कारण टीम के मुख्य स्तंभ बन गए। वनडे, टेस्ट, और टी20 तीनों प्रारूपों में विराट ने शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे वे सभी प्रारूपों के सफल बल्लेबाजों में से एक बने।

कप्तानी का सफर:

विराट कोहली ने 2013 में वनडे टीम की कप्तानी संभाली और 2014 में उन्हें टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। उनकी नेतृत्व क्षमता ने भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। कोहली की कप्तानी में भारत ने कई ऐतिहासिक जीत दर्ज की, विशेष रूप से विदेशी दौरों पर टेस्ट सीरीज़ में।

उपलब्धियां:

  1. वनडे में सबसे तेज़ 8000, 9000, 10000 रन बनाने वाले खिलाड़ी।
  2. आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष पर लगातार बने रहने वाले।
  3. 2016, 2017, और 2018 में आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब।

वर्तमान प्रदर्शन:

हालांकि पिछले कुछ समय से विराट कोहली की फॉर्म को लेकर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उनकी काबिलियत पर किसी को शक नहीं है। आने वाले मैचों में विराट के प्रशंसकों को उम्मीद है कि वे एक बार फिर अपने पुराने फॉर्म में वापसी करेंगे। कानपुर में हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में सभी की निगाहें विराट पर होंगी, खासकर उनके पिछले प्रदर्शन के बाद।

विराट कोहली के प्रेरक गुण:

विराट कोहली सिर्फ एक बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि एक प्रेरक लीडर भी हैं। उन्होंने फिटनेस को क्रिकेट के केंद्र में लाया और अपनी आक्रामक शैली से टीम को ऊर्जावान बनाया। उनका ध्यान और समर्पण उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग करता है। विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने न केवल अपने खेल से, बल्कि अपनी मानसिकता से भी लाखों लोगों को प्रेरित किया है। उनके प्रदर्शन का स्तर चाहे जैसा भी हो, उनका प्रभाव और योगदान अमूल्य है। “अगले मैच में विराट की वापसी का इंतजार हर क्रिकेट प्रेमी कर रहा है, और यही वजह है कि वे आज भी सबके पसंदीदा हैं।” | DesiiNews

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